BHAJAN :- Main Phir Bhi Tujhko Chahunga
तुम मेरे हो, इस पल मेरे हो
कल शायद ये आलम ना रहे
कुछ ऐसा हो तुम, तुम ना रहो
कुछ ऐसा हो हम, हम ना रहें
ये रास्ते अलग हो जाएँ
चलते-चलते हम खो जाएँ
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
इस चाहत में मर जाऊँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मेरी जान, मैं हर ख़ामोशी में
तेरे प्यार के नगमें गाऊँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
इस चाहत में मर जाऊँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
ऐसे ज़रूरी हो मुझको तुम
जैसे हवाएँ साँसों को
ऐसे तलाशूँ मैं तुमको
जैसे के पैर ज़मीनों को
हँसना या रोना हो मुझे
पागल सा ढूँढू मैं तुम्हें
कल मुझसे मुहब्बत हो-ना-हो
कल मुझको इजाज़त हो-ना-हो
टूटे दिल के टुकड़े लेकर
तेरे दर पे ही रह जाऊँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
इस चाहत में मर जाऊँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
तुम यूँ मिले हो जब से मुझे
और सुनहरी मैं लगती हूँ
सिर्फ़ लबों से नहीं, अब तो
पूरे बदन से हँसती हूँ
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